एक सांवली सी लाडकी लिरिक्स हिंदी
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
कच्ची है उम्र जीस की
कुच दिन से जान जीस की
चाहत मे खो गइ है
दीवानी हो गइ है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
क्या जाने ख्वाब किसका
आँखों में है संभाले
कुछ सोचती है शब भर
मुँह पर लीहाफ डाले
घर वाले सोचते हैं
जल्दी से सो गइ है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
सुध बुध नही है खुद की
सुध बुध नही है घर की
हर दिन बदल रही है
कुरती नये कलर की
बेरंग ओढ़नी भी
रंगीन हो गयी है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
ओ ध्यान ही ना देगी
क्या कह रही है टीचर
इक नाम उंगलियों से
लिखती रहेगी दिनभर
कुछ भी न पढ सकेगी
स्कूल तो गइ है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
खिडकी से झांकती है
मां से नजर बचाकर
बेचैन हो राही है
क्यूँ घर की छत पे जाकर
क्या ढूंढती जाने
क्या चिज खो गइ है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
नानी से अब कहनी
सुनती कभी नही है
गुड़ियों से, तितलियों से
अब दोस्ती नहीं है
नजुक कली भी अंजुम
गुलनार हो गइ है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
🎵🎵🎵💞💞💞🎵🎵🎵
Ek Sawli Si Ladki Lyrics
एक बावली सी लाडकी
कच्ची है उम्र जीस की
कुच दिन से जान जीस की
चाहत मे खो गइ है
दीवानी हो गइ है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
आँखों में है संभाले
कुछ सोचती है शब भर
मुँह पर लीहाफ डाले
घर वाले सोचते हैं
जल्दी से सो गइ है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
सुध बुध नही है घर की
हर दिन बदल रही है
कुरती नये कलर की
बेरंग ओढ़नी भी
रंगीन हो गयी है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
क्या कह रही है टीचर
इक नाम उंगलियों से
लिखती रहेगी दिनभर
कुछ भी न पढ सकेगी
स्कूल तो गइ है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
मां से नजर बचाकर
बेचैन हो राही है
क्यूँ घर की छत पे जाकर
क्या ढूंढती जाने
क्या चिज खो गइ है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
सुनती कभी नही है
गुड़ियों से, तितलियों से
अब दोस्ती नहीं है
नजुक कली भी अंजुम
गुलनार हो गइ है
एक सांवली सी लाडकी
एक बावली सी लाडकी
कवयित्री - अंजुम रहबर
🎵🎵🎵💞💞💞🎵🎵🎵
Ek Sawli Si Ladki Lyrics
Ek sawli si ladki
Ek bawli si ladki
Kachi hai umra jis ki
Kuch din se jaan jis ki
Chahat me kho gai hai
Deewani ho gai hai
Ek sawli si ladki
Ek bawli si ladki
Kya jane khwab kiska
Ankhon me hai sambhale
Kuch sochti hai shba bhar
Muh par lihaf dale
Ghar wale sochte hain
Jaldi se so gai hai
Ek sawli si ladki
Ek bawli si ladki
Sudh budh nahi hai khud ki
Sudh budh nahi hai ghar ki
Har din badal rahi hai
Kurti naye colour ki
Be rang odhni bhi
Rangeen ho gai hai
Ek sawli si ladki
Ek bawli si ladki
O dhyan hi na degi
Kya keh rahi hai teacher
Ik naam ungliyo se
Likhti rahegi dinbhar
Kuch bhi na padh sakegi
School to gai hai
Ek sawli si ladki
Ek bawli si ladki
Khidaki se jhankti hai
Maa se najar bachakar
Bechain ho rahi hai
Kyu ghar ki chhat pe jakar
Kya dhundhati jaane
Kya chiz kho gai hai
Ek sawli si ladki
Ek bawli si ladki
Nani se ab kahani
Sunti kabhi nahi hai
Gudiyo se, titliyon se
Ab dosti nahi hai
Najuk kali bhi anjum
Gulnaar ho gai hai
Ek sawli si ladki
Ek bawli si ladki
Kavayitri - Anjum Rahbar
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