2 Line Shayari in Hindi
Na Umra Ki Seema Ho - Bandhan 2 Line Shayari
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मन को छूकर लौट जाऊॅगी किसी दिन, 
तुम हवा से पूछते रह जाओगे मेरा पता...
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हम मेहमान नहीं...  रौनक - ए - जिन्दगी हैंबरसों याद रखोगे.... के  जिन्दगी मे कोई आया था!
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काश गिरफ्तारी तेरी नजरो मे होती ,
तो हम दिल को उम्र कैद की सज़ा दिलवा देते...
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हम मेहमान नहीं...  रौनक - ए - जिन्दगी हैं
बरसों याद रखोगे.... के  जिन्दगी मे कोई आया था!
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काश गिरफ्तारी तेरी नजरो मे होती ,
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कांच का जिस्म कहीं टूट न जाये..... 
हुस्न वाले तेरी अंगड़ाइयो से डर लगता है
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मुश्किल भी तुम हो... हल भी तुम हो... 
होती है जो दिल में... हलचल भी तुम हो..!!
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छोड़ो वफा के किस्से ये उम्रो का रोना है
पहले कौन हमारा था जो अब किसी ने होना है
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जिनसे अक्सर रूठ जाते है हम,
असल में उनसे ही हमारे रिश्ते गहरे होते हैं!
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बेमतलब की दुनिया का किस्सा ही खत्म,
अब जिस तरह की दुनिया
उस तरह के हम!!
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अगला जन्म तेरे इश्क में मर लूँगा मैं सनम,
इस बार तू मुझको वतन के हालत पर मर जाने दे!
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बात कुछ करनी है शायद, 
मेरी आंखों को तेरी आंखों से...!!!
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निभा रहा था जो मेरा साथ, शायद वो मेरा किरदार नहीं... 
मुझमें वो जी गया कुछ लम्हे, अब शायद वो मेरा वफादार नहीं...!!!
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कुछ पाना है कुछ खोना है यही ज़िन्दगी सपना सलोना है। 
कुछ आस है कुछ पास है पर खोकर ही सच मे एहसास है।। 
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रोज़ लड़ती है मुझसे मेरी मोहब्बत 
कि वो जा रही थी तो जाने क्यों दिया..! 
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झुकी पलकें,होंठो पे हँसी,रुख पे नूर है
चर्चा तुम्हारे हुस्न का शहर में मशहूर है..! 
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जो भी देखे तुम्हें तो नजर अटक जाये
तुम्हारे शहर में हशीं होना इक दस्तूर है..? 
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हद ये है मेरी मोहब्बत की
कि तुमसे दूर हैं पर दूर नहीं! 
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मैं कल भी हूँ तुम्हारा, सिर्फ आज नहीं हूँ
जो है तुम्हारे सामने है,मैं कोई राज नहीं हूँ 
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दामन में काँटे ही सही...
चुभते हैं तो याद तुम आते हो 
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शेरों से सीखा है खामोश रह कर शिकार करना 
क्यूंकि दहाड़ मार कर शेर कभी शिकार नहीं करता। 
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अगर तुम अजनबी हो , तो लगते क्यों नहीं 
अगर मेरे अपने हो तो , मुझे मिलते क्यों नहीं ...
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बेनाम आरजू की वजह, हमसे ना पूछिये, 
कोई अजनबी था, रूह का दर्द बन गया...!!
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कश्तीयां साहिल पर आती नही सबकी 
सुनो तुम दरिया होकर मिलना हमसे...
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जो साथ रहकर मेरी मोहब्बत समझ न सके...!! 
वो क्या समझेंगे नाराज़गी की इंतिहां मेरी..!!
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एक ही ज़ख्म नही पूरा वजूद ही जख़्मी है…….!! 
कमबख्त,दर्द भी हैरान है आखिर उठे तो उठे कहाँ से……!
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मेरे अल्फाज़ो ने बहुत कुछ कहा तुम से 
वो और बात है तुमने सुना नही दिल से.....!!
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hello
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